Regarding objection in namantaran
Querist :
Anonymous
(Querist) 16 February 2021
This query is : Resolved
Dear Sir/madam,
मैं अपने माता पिता से अलग जबलपुर में रहता हूँ तथा प्राइवेट नौकरी करता हूँ मेरे पिता जी लोग ३ भाई तथा २ बहन है मेने २०१४ में और एक २०१८ मैं एग्रीकल्चर जमीन खरीदी थी नगद रूपये देकर गिरजा बाई उपाध्याय जिनकी आज उम्र ७६ वर्ष है से जो मेरी रिश्ते में दादी है मगर वो मेरे चाचा के साथ रहती है आज जब मेने नामांतरण के लिए तहसील में आवेदन दिया तो मेरे बड़े पिता जी ने उसमे आपत्ति लगा दी की मेने छल कपट से बिना प्रतिफल दिए रजिस्ट्री कराई है क्यूंकि उनकी माँ की उम्र का फायदा उठाकर साथ ही जिला न्याययालय में रजिस्ट्री कैंसिल करने के लिए वाद स्थापित किया है जबकि मेने जो रकम की अदायगी की थी मेरे चाचा व दोनों बुआ तथा २ गवाहों के सामने की थी अब इस स्तिथि में तहसीलदार ने दादी को गवाही के लिए कहा है अगर दादी उनके दबाव में आकर ये कह देती है तब क्या होगा क्या मेरी जमीन डूब जाएगी या में न्यायलय में बाद स्थापित करके उस पर अपना अधिकार बरक़रार रख सकता हूँ
T. Kalaiselvan, Advocate
(Expert) 29 May 2021
If the Tehsildar is giving a decision against you on the basis of the complaint given by the opposite party, you may prefer an appeal against his decision before the appellate authority i.e., district collector.
You can challenge the decision of the Tehsildar on the basis of the witnesses and the documentary evidence i.e., the registered sale deed.
If you do not get any relief from the collector also then you may file a writ petition before high court and seek for relief and remedy by engaging a prudent lawyer at high court.