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What if one want to stay but other try to leave

(Querist) 10 October 2015 This query is : Resolved 
मेरी शादी एक साल पहले जुलाई में हुई थी. शादी के पहले से ही में और मेरे हस्बैंड एक दूसरे को पसंद करते थे. इसके लिए मेरे परिवार की सहमति थी पर इनके परिवार की नहीं. मैं उनसे कभी नहीं मिली. मेरे माता पिता उनसे बात करने गए तो उन्होंने पहली बार उन्हें इग्नोर किया फिर जब मेरे हस्बैंड ने मेरे माता पिता से कहा की वो मुझसे ही शादी करेंगे बिना उनकी परिवार की सहमति के तब भी मेरे माता पिता ने उन्हें समझाया. फिर जब इनके माता पिता ने सहमति दी तब फिरसे मेरे माता पिता इनके घर गए और उन्होंने भी अच्छा बर्ताव किया. २०१२ में हमारी शादी तय हो गयी थी पर किसी कारणवश रुक गयी उसके बाद इनके माता पिता इस शादी की खिलाफ हो गए और में भी इतनी डिप्रेस हो गयी की मैंने भी बात करना इनसे बंद कर दी फिर कुछ समय बाद हमारी बात हुई और चार साल बाद हमने शादी की. ये मेरे स्वयभाव से भली भाति परिचित थे. मैं एक ओपन माइंडेड लड़की हु और इंडिपेंडेंट वर्किंग गर्ल रही हु. मेरे माता पिता भी कोन्सेर्वटिवे टाइप नहीं है ये सब जानते थे और मेरे इसी स्वयभाव को ये पसंद भी करते थे. हमारी शादी बिना किसी लेन देन के हुई है. ये मेरी तरफ से पहले ही इन्हे पता था की हम लेन देन में विश्वास नहीं रखते और इन्होने भी मेरे सिवाय कुछ लेने से मन किया था. हमारी शादी बिना इनके परिवार की मर्ज़ी से हुई पर शादी में अचानक इनकी माँ और बहने आई और आते ही पुरानी बातें निकलने लगी और ये भी कहा की उन्होंने किसी को हमारी पत्रिका किसी पंडित को दिखा कर पता किया है की हमारा दो साल में डाइवोर्स हो जायेगा और मुझे भी सुन्दर न दिखने ताना दिया मेरे परिवार के सामने.पर हम सब उस वक़्त चुप रहे. शादी के बाद हम दोनों के बीच अच्छा चल रहा था हम खुश थे इतने साल बाद फाइनली हमारी शादी हो गयी और हम साथ थे. फिर जब इनके माँ हमारे साथ कुछ समय के लिए रहने आई और मुझे मराठी भाषा नहीं आती तो वो टूटी फूटी हिंदी में मुझसे बात करती और मैं भी थोड़ी बहुत मराठी समझती हु पर पूरी तरह नहीं. ये मेरे हस्बैंड से अकेले में बात करती थी और उनसे कहती थी की तुझे इससे भी अच्छी लड़की मिल जाती उनके यहां कितना कुछ शादी में मिलता है वो उन्हें नहीं मिला सब पूछते है तो वो क्या दिखाए. और ये सब मेरे हस्बैंड ने मुझे बताया है और बाद में कहा की में उन्हें समझा दिया. वो मुझे किसी न किसी बात के बहाने ये जताती थी उनके यहाँ शादी में लड़की वाले कितना करते है लड़के वालों के लिए. और ये भी कहा की उनके बेटे के लिए कितनी सुन्दर लड़कियों के रिश्ते आये और वो बहुत कुछ देने को भी तैयार थे पर इनको मुझसे ही शादी करनी थी इसलिए छोड़ दिया. मैंने इस तरह कई बार बहुत सी बातें इग्नोर की की धीरे धीरे सब ठीक हो जायेगा. पर अब स्तिथि बिगड़ गयी है. अब इन्हे मेरे स्वयभाव से परिशानी होने लगी है हम दोनों अपने परिवार से अलग रहते है इनकी नौकरी की वजह से. पर अब छोटी छोटी बात में गलतियां निकालके अपने घर में मुझे सुनवाते है. की में इनका ध्यान नहीं रखती. मुझे बात नहीं करते सुबह से रात हो जाती है ऑफिस से आने के बाद भी हमारी कोई बात नहीं होती मैंने कारण पूछा तो कुछ जवाब नहीं देते. ये बात जब मेरे माता पिता को पता चली तो उन्होंने आके इनसे पूछा तब भी कोई सटिस्फॅक्टरी आंसर नहीं दिया. में डिप्रेस हो गयी थी में इनके साथ रहना चाहती थी पर इन्होने मुझे अलग होने के कहा की तुम अपने पेरेंट्स के घर जाओ और वही रहो और जॉब करो में अब नहीं रह सकता. नहीं तो में ऐसेही चुपचाप रहूँगा कोई बात नहीं करूँगा और मुझे फ़ोर्स किया की में सबके सामने स्वक्चा से अलग होना स्वीकार कर लू. पर मैंने नहीं किया. बहुत बात बढ़ने की वजह से मेरी माँ मुझे कुछ समय के लिए अपने घर ले आई और ताकि सब थोड़ा ठंडा हो जाये और दोनों को सोचने का मौका मिले और फिरसे हम एक हो जाये पर ऐसा नहीं हुआ, अपने माता पिता के घर आने के बाद मैंने उनसे बात करने की कोशिश की तो मुझपर घर छोड़कर जाने का दोष लगाते रहते है. मैंने वापस लौटकर आने की बात कही तो हमारा किराये का मकान छोड़कर अपने किसी दोस्त के साथ रहने चले गए. मुझे वापस भी नहीं बुलाते है और अब मेरा फ़ोन भी नहीं उठाते है. इस बीच इनके परिवार वालों ने भी कोई बात नहीं की अब तक मुझसे. मैं क्या करू मेरे कारण मेरे घरवाले परेशान हो रहे है मैं वापस जाना चाहती हु पर मुझे नहीं पता ये कहाँ रहते है और इनसे पूछती हु तो ये नहीं बताते.
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 10 October 2015
तुम्हारी सास हवालात देखना मांग रही है, उसकी कामना पूरे नहीं करोगी तो बहुत कष्ट पाओगी, बजुर्गों की इच्छा पूरे करनी चाहिए


ऐसी हे कामना तुम्हारे पति की भी लगती है
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 10 October 2015
निम्न लिखित पेज पर आप जैसे समस्या का चर्चा मैंने पहले ही किया हुआ है


http://www.lawyersclubindia.com/experts/Husband-and-mother-creating-problems-after-marriage-562546.asp#.Vhhk526N6gB
malipeddi jaggarao (Expert) 10 October 2015
समश्या दुबारा उथाने से क्या फ़ायिदा?
Rajendra K Goyal (Expert) 10 October 2015
Try for amicable settlement to save marriage.

If not possible, file criminal complaints, consult local lawyer.
Madhuri (Querist) 09 February 2016
मेरे पति आज तक मेरा फोन नहीं उठाते और उठते भी है तो मुझसे ठीक से बात नही करते और ना ही उनके घरवाले. मैंने दिवाली पर जाना चाहा तो उन सबने फोन ही नही उठाया और मेरे पति ने तो मेरा और मेरे घरवालों के फोन नम्बर ही ब्लॉक कर दिये थे. उसके कुछ समय बाद मैंने फिर कोशिश की तो मेरे पति ने मुझसे बात करने से मना किया और मेरे पिता से बात करवाने को कहा. मेरे पिता भोपाल से बाहर नौकरी करते है तो उन्होने वहीं से फोन करके बात की और पूछा तो मेरे पति ने मिलने को कहा. मेरे पिता ने टिकट तक कर लिया. फिर मेरे पति ने फोन करके कहा की वह अभी नही मिल सकते कुछ समय बाद मिलेंगे. कुछ समय बाद मेरे पिता ने ही फोन करके मेरे पति से पुछा की वे कब आये मिलने तो मेरे पति ने मना कर दिया कि समय नहीं है और तलाक लेने की बात कही. मेरे पिता नाराज़ हुये कि उन्होंने शादी क्यूं की. मेरे पति ने मेरे माता-पिता को शादी जल्दी करने के लिये मनाया था पर अब वह तलाक लेने की बात कर रहे हैं. वह हमेशा फोन से ही बडी मुश्किल से बात करते हैं सामने मिलकर बात नही करते, हम बात करके सब गलतफेहमी दूर करना चाहते हैं. मैं मेरे पति के साथ रहना चाहती हूं पर वह अपने परिवार की बातों में आके मुझे छोडना चाहते हैं. मुझे लगता है कि वह मेरे परिवार को दहेज के लिये मजबूर करना चाहते हैं. हम शादी के बाद मुश्किल से 10 महिने ही साथ रह पाये और ये सब हो गया. मैं क्या करुं.

Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 10 February 2016
क्यों उठाएगा वह आपका फ़ोन? सपरिवार थाने में तो बुलाया नहीं
Madhuri (Querist) 10 February 2016
अगर मैं ऐसा करुंगी तो वे लोग मुझे कभी नही अपनायेंगे और अगर अपना भी लिया तो बादमें इस बात के लिये बदला निकालेंगे तो. वो तो सेहमति से तलाक लेना चाहते हैं पर मैं नहीं देना चाहती तलाक. इस तरह वे मेरी ज़िंदगी बर्बाद नही कर सकते. मैं अपने माता-पिता के घर कब तक रहूं. मुझे मुम्बई में प्रिइवेट नौकरी मिल रही है पर मेरे पति मुझे वहाँ अपने साथ नही रखना चाहते तो मैं अलग कैसे रहकर नौकरी करुँ. ये भी मेरी कोई ज़िम्मेदारी नहीं ले रहे ऐसे में मैं मेरे माता पिता पर आश्रित कब तक रहुँ.
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 10 February 2016
"अगर मैं ऐसा करुंगी तो वे लोग मुझे कभी नही अपनायेंगे"

वह क्या आपको स्वीकार किया हुआ है या कर लेंगे ?

आपको ऐसा लगता है ?

और आपको लगता है की कानूनी कार्यवाही करने से आप उस सुख से वंचित हो जाएंगी जो आप भोग रहीं हैं या आशा करती हैं की मिलेगा (वह भी बिना कार्यवाही के )

तो फिर जाओ डंडे खाओ, ताने सुनो, इस कानूनी सलाह फोरम पर क्या करने आई हो.

कुछ लोगों के पास हर समाधान के लिए समस्या होती है, शायद आप भी ......

वह शांति से तालाक चाहते हैं आप चाहती नहीं????

आप मिलकर गलतफहमी दूर करना चाहती हैं वह बात भी करना नहीं चाहते ??





Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 10 February 2016

"इस तरह वे मेरी ज़िंदगी बर्बाद नही कर सकते"

तो बर्बाद तो कर ही रहे हैं और आप बर्दाश्त कर रही हैं
Madhuri (Querist) 11 February 2016
शायद आप सही कह रहे हैं. तो आप ही बताए मुझे क्या करना चहिये.
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 11 February 2016

आपने कहा :-

"पर मेरे पति मुझे वहाँ अपने साथ नही रखना चाहते तो मैं अलग कैसे रहकर नौकरी करुँ. ये भी मेरी कोई ज़िम्मेदारी नहीं ले रहे "

आप ग़लत कह रही हैँ

जिम्मेदारी लेने से मना करे पति की क्या औकात?
आप ही उनको जिम्मेदारी न लेने की छूट दे रहीं हैं,



Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 11 February 2016
आपने कहा :-

"शायद आप सही कह रहे हैं. तो आप ही बताए मुझे क्या करना चहिये. "

यह सलाह मुफ्त की हैँ इसलिए आप "शायद" शब्द का प्रयोग कर रहीं हैं.

"शायद" का अर्थ हैँ कि आपको मेरे ज्ञान और तजुर्बे पर विश्वास नहीं हैँ

आपको क्या करना चाहिए यह बताने का लाभ नहीं हैँ

मुफ्त की तो मिठाई भी फीकी होती हैँ या "शायद" मेे मीठी होती हैँ

आप

या तो किसी वकील को पैसे देकर सलाह लें

या फिर इस website पर उन पतियों की कहानियाँ देखे और पढ़ें जो कि पत्‍‌नी की कानूनी कार्यवाही से बर्बादी के कगार पर हैं और पनाह खोज रहे हैं


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