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Legal liability of a daughter in law towards mother in law and fathe in law

(Querist) 27 September 2016 This query is : Resolved 
मित्रो मेरे Clients 64 और 69 साल के दंपत्ति ( पति – पत्नी)Senior Citizen ( वृध्द जन) हैं,जिनका ताल्लुक हिन्दू संयुक्त परिवार ( Hindu Joint Family ) से है .ये अपने भरण –पोषण ( Mintenance)के लिए अपने पुत्र (Son) जो कि केन्द्र सरकार के अधीन मंत्रालय में कर्मचारी(Cetral Govt. Employee) था पर आश्रित ( Dependants ) थे किन्तु पुत्र का आकस्मिक निधन(Death) हो गया.केंद्र सरकार के कर्मचारी के आश्रितों के कल्याण के लिए बनाये गए नियमों के अनुसार मृतक( Deceased) की पत्नी (Wife) को अनुकम्पा (Compassion)के आधार पर सरकारी नौकरी (Govt. Job) और अन्य क्षतिपूर्ति की रकम प्रदान कि गयी .अच्छी सरकारी नौकरी और क्षतिपूर्ति कि मोटी रकम पाने के बाद वृद्ध दम्पति(मृतक के माता –पिता)की बहु(Daughter in Law) ने उनसे किनारा कर लिया है .जिसके कारण मेरे Clients को अपने भरण –पोषण ( Mintenance) के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है .वृद्ध दम्पति(मृतक के माता –पिता) की बहु(Daughter in Law)को मृतक पति से कोई बच्चे भी नहीं हैं तथा उसने( मृतक की पत्नी) पुनर्विवाह(Remarriage) कर लिया है और उच्च शिक्षित है.वृद्ध दंपत्ति पुत्र (मृतक) की शिक्षा (Education)के दौरान इनकी जिविका का आधार कृषि(Agriculture) था वो भी सिर्फ इतना ही था कि किसी तरह जीवन यापन हो रहा था ,बेटे की उच्च तकनीकी शिक्षा(TechnicalEdu.) प्राप्त करने जिद तथा उसकी लगन के कारण उन्हें अपनी जमीन पढाई के खर्च के लिए बेचनी पड़ी .यद्द्य्पी ये वृद्ध दंपत्ति स्वयं अनपढ़ है .अपनी खेती की भूमि को बेचना उनके लिए बहुत बड़ा Risk था वैसे ये उनका साहस भी माना जा सकता है .ये भूमि मृतक के पिता ने अपने भाइयों को बेची थी .भाइयों ने इन्हे भूमि के मूल्य के अतिरिक्त एक बड़ी राशि उधार पढाई में सहयोग स्वरुप इस आश्वासन के साथ दिया कि वे(मृतक के पिता)पूर्व की भांति बेची गयी भूमि पर भी खेती करतें रहे और उधार की रकम जब पैसे हो जाएँ तो लौटा दें .पढाई के दौरान पैसे की पुन: कमी पड़ने पर इनके बेटे (मृतक )को शिक्षा ऋण (Edu. Loan) का भी सहारा लेना पड़ा ,जो गाँव के एक सहयोगी की गारंटी पर प्राप्त हुआ.खैर पढाई पूरी करने के कुछ समय बाद इसकी नौकरी भी लग गयी और सबकुछ ठीक चलने लगा इस बीच उसकी (मृतक) की शादी (Arranged Marriage)भी हुई किन्तु दुर्भाग्य से नौकरी लगने के ढाई (2 वर्ष 6माह )के पहले ही उसकी आकस्मिक मृत्यु ही गयी. दुखद बात यह भी है कि मृतक के अंतिम संस्कार के अगले दिन ही अपने मायके(बहू के माता-पिता का घर) चली गयी और दोबारा अपने सास –ससुर के पास नहीं गयी .हाँ ये बात अलग है ,अनुकम्पा के आधार पर नौकरी पाने तक उनसे संपर्क बनाये रही.फ़िलहाल मृतक की माता गृहणी (House Wife) हैं और पिता मनरेगा(MANREGA) में काम करने वाले मजदूर .यहाँ सवाल ये नहीं है कि वृद्ध दंपत्ति का भरण पोषण कैसे हो रहा है या कैसे होगा ?सवाल ये है कि ये जो कुछ भी हो रहा है इन वृद्ध दंपत्ति के सम्मान और मानवीय गरिमा के अनुरूप है ? न्यायसंगत है? इन Senior Citizen को न्याय (Justice) और उनका हक दिलाने के लिए Civil Court मेंCase File की गई है. माननीय न्यायालय ने अपना फैसला (Decision)सुनाने के लिए निम्न तीन प्रश्नों पर जबाब माँगा है -
1- क्या हिन्दू बहु(Daughter in Law),Hindu Law के हिन्दू दत्तक एवं भरण पोषण अधिनियम(Hindi Adoption And Maintenance Act-1956) कि धारा -22( Section-22:Maintenance Of Dependants ) के तहत सास –ससुर( Mother in Law And Father inLaw) को भरण –पोषण ( Mintenance) देने के लिए कानूनी तौर पर बाध्य है ?
2- धारा 22 (1) में वर्णित सम्पदा(Estate)शब्द से क्या तात्पर्य है ?
3- क्यामृतक( Deceased) की पत्नी (Wife) को अनुकम्पा (Compassion)के आधार पर मिलने वाली सरकारी नौकरी (Govt. Job) और अन्य क्षतिपूर्ति की रकम सम्पदा(Estate) कि श्रेणी मे आता है ?
उपरोक्त से सम्बंधित यदि कोई Suprem Court ,High Court या अन्य किसी सक्षम न्यायालय का कोई Decision और Case Law हो तो उसकी जानकारी देकर मेरी और वादी Senior Citizen कि मदद करें . इससे सम्बंधित किसी law की book में कोई उद्धरण हो तो शीघ्र बताने कि कृपा करें अनावश्यक नए सवाल न पूछे क्योकि Court में अगली सुनवाई की तारीख़ निकट आ चुकी है .

इसी तरह का एक मामला Smt. Bhanwar Kanwar v. UOI & Ors _10 July 2012 ( Civil Writ Petition No.-11813/2011 _Rajasthan H. C. -Jodhpur है .
Email ID- chandrashekharlaw@rediffmail.com
Mob.No.- 9919452744


Raj Kumar Makkad (Expert) 28 September 2016
Yeh query aap pehle kar chuke hain aur aapko uska uttar bhi diya ja chuka hai isliye kripya pehle wale link ko hi dekhiyega.
Rajendra K Goyal (Expert) 28 September 2016
Repeated:

http://www.lawyersclubindia.com/experts/Legal-liability-of-a-daughter-in-law-towards-mother-in-law-and-fathe-in-lawr--617661.asp


You need to be the querist or approved LAWyersclub expert to take part in this query .


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