Upgrad
LCI Learning

Share on Facebook

Share on Twitter

Share on LinkedIn

Share on Email

Share More

Shailendra prasad singh (Lawyer)     31 October 2011

Opinion

साम्प्रदायिक एवं लक्षित हिंसा विधेयक लोकतंत्र पंथनिरपेक्षता और भारत के संविधान पर सीधा प्रहार है : क्या है यह प्रस्तावित साम्प्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक और क्या यह हमारे देश को बहुराष्ट्र वाद की तरफ नहीं धकेल देगा ? मानद सदस्यगण कृपया अपनी राय रखें



Learning

 1 Replies

Shailendra prasad singh (Lawyer)     01 November 2011

वास्तव में यह एक ज्वलंत मुद्दा है जिसमें अपना हाथ कोई नहीं डालना चाहेगा, अंत तक कोई टिपण्णी नहीं करना चाहेगा जब तक इसका दुष्प्रभाव सामने नहीं आ जाता  ( आखिर क्लाइंट बेस का सवाल जो है ) यह आश्चर्य की बात है, पर क्या हमलोग इसका विरोध न करके या इसके बारे में अपनी राय न दे करके अपने आप को रसातल में नहीं धकेल रहें हैं ? जरा सोचिये / देखा जाए तो यह जनमत संग्रह का उत्कृष्ट स्थान है जहाँ ज्वलंत मुद्दों पर समर्थन या विरोध का संग्रह किया जा सकता है और इसमें कोई हर्ज भी नहीं है न ही कोई शर्म की बात है और न ही इससे हमारा क्लाइंट बेस ही प्रभावित होता है या होगा } 


Leave a reply

Your are not logged in . Please login to post replies

Click here to Login / Register